अंतरराष्ट्रीय स्तर की कलाकार नीदरलैंड की चेलो वादिका ‘शास्कीय राव-दे हस’ ने दी प्रस्तुति
सिमेज कॉलेज में आयोजित हुआ चेलो वादन का संगीतमय का कार्यक्रम
अंतरराष्ट्रीय स्तर की कलाकार नीदरलैंड की चेलो वादिका ‘शास्कीय राव-दे हस’ ने दी प्रस्तुति
सिमेज कॉलेज में आज चेलो वादन के संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन हुआ | इस कार्यक्रम का आयोजन सिमेज समूह तथा स्पीक मैके के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था | इस अवसर पर नीदरलैंड की चेलो वादिका ‘शास्कीय राव-दे हस’ ने पश्चिमी वाद्य यंत्र चेलो पर संगीतमय कार्यक्रम प्रस्तुत किया | उन्होंने विश्व के कई प्रमुख शहरों में अपनी कला का प्रदर्शन किया है | ‘शास्कीय राव-दे हस’ मशहूर बाँसुरी वादक पण्डित हरी प्रसाद चौरसिया की शिष्या हैं, जिनकी कला की तारीफ करते हुए पण्डित हरी प्रसाद चौरसिया ने कहा था कि ‘उन्हें ईश्वर ने सिखाया है |’
इस अवसर पर उनके साथ तबला पर मुंबई से आये पण्डित मिथिलेश झा ने जबर्दस्त संगत कर समां बांध दिया | वे बनारस घराने के प्रसिद्द गुरु पण्डित बुलबुल महाराज जी के शिष्य हैं | दोनों कलाकारों ने इस अवसर पर चेलो तथा तबला पर सुर-ताल का अद्भुद संगम प्रस्तुत किया और सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया | इन दोनों ने कई मौको पर अपनी संयुक्त जुगलबंदी से समा बाँध दिया |
कार्यक्रम के बाद छात्रों से बात करते हुए नीदरलैंड की चेलो वादिका ‘शास्कीय राव-दे हस’ ने कहा कि भारतीय शाश्त्रीय संगीत लोगों की आत्मा तक पहुँचता है | उन्होंने कहा कि भारतीय शाश्त्रीय संगीत लोगों के बाएँ और दाएँ, दिमाग के दोनों हिस्सों में बेहतर सामंजस्य बिठाने में मदद करता है | इसके साथ ही उन्होंने छात्रों से भारतीय शाश्त्रीय संगीत के बारे में चर्चा की तथा भारतीय शाश्त्रीय संगीत की खूबियों से उन्हें परिचित कराया | इसके साथ ही उन्होंने कई भारतीय शाष्त्रीय रागों का प्रदर्शन किया, जिसका छात्रों ने भरपूर लुत्फ़ उठाया |
इसके पूर्व सिमेज के निदेशक नीरज अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत किया | उन्होने छात्रों को संबोधित करते हुये कहा कि ‘सोशल मीडिया, रील्स तथा शॉर्ट्स के ज़माने में आजकल के युवाओं में एकाग्रता की कमी देखने को मिल रही है | भारतीय क्लासिकल संगीत छात्रों को एकाग्रता विकसित करने में मदद करता है | इस अवसर पर सिमेज की निदेशिका हेड मेघा अग्रवाल तथा डीन नीरज पोद्दार तथा स्पीक मैके के बिहार के स्टेट कोर्डीनेटर मनीष ठाकुर तथा रंजीत निर्गुणी भी मौजूद थे | इस अवसर पर छात्रों ने कार्यक्रम की भरपूर तारीफ की और खूब आनंद लिया एवं अंत में प्रश्नोत्तर के माध्यम से अपने सवालों को पुछ कर अपनी जिज्ञासा शांत की |